A.R. Rahman
Tu Hi Re
तू ही रे, तू ही रे, तेरे बिना मैं कैसे जियूँ?
आजा रे, आजा रे, यूँ ही तड़पा ना तू मुझको
जान रे, जान रे, इन साँसों में बस जा तू
चाँद रे, चाँद रे, आजा दिल की ज़मीन पे तू

चाहत है अगर, आ के मुझसे मिल जा तू
या फिर ऐसा कर, धरती से मिला दे मुझको
तू ही रे, तू ही रे, तेरे बिना मैं कैसे जियूँ?
आजा रे, आजा रे, यूँ ही तड़पा ना तू मुझको

इन साँसों का देखो तुम पागलपन कि आए नहीं इन्हें चैन
मुझसे ये बोलीं, "मैं राहों में तेरे अपने बिछा दूँगी नैन"
इन ऊँचे पहाड़ों से जाँ दे दूँगा मैं 'गर तुम ना आई कहीं
तुम उधर जान उम्मीद मेरी जो तोड़ो, इधर ये जहाँ छोड़ूँ मैं
मौत और ज़िंदगी तेरे हाथों में दे दिया रे

आई रे, आई रे, ले मैं आई हूँ तेरे लिये
तोड़ा रे, तोड़ा रे, हर बँधन को प्यार के लिये
जान रे, जान रे, आजा तुझमें समा जाऊं मैं
दिल रे दिल रे, तेरी सांसों में बस जाऊं मैं

चाहत है अगर, आ के मुझसे मिल जा तू
या फिर ऐसा कर, धरती से मिला दे मुझको
तू ही रे, तू ही रे, तेरे बिना मैं कैसे जियूँ?
आजा रे, आजा रे, यूँ ही तड़पा ना तू मुझको
सौ बार बुलाए मैं सौ बार आऊं
इक बार जो दिल दिया
इक आँख रोये तो दूजी बोलो
सोयेगी कैसे भला
इन प्यार की राहों में पत्थर हैं कितने
उन सब को ही पार किया
इक नदी हूँ मैं चाहत भरी आज मिलने
सागर को आई यहाँ
सजना, सजना, आज आँसू भी मीठे लगे

तू ही रे, तू ही रे, तेरे बिना मैं कैसे जियूँ?
आजा रे, आजा रे, यूँ ही तड़पा ना तू मुझको
जान रे, जान रे, इन साँसों में बस जा तू
चाँद रे, चाँद रे, आजा दिल की ज़मीन पे तू

पल पल पल पल वक्त तो बीता जाये रे
ज़रा बोल ज़रा बोल वक़्त से के वो थम जाये रे
आई रे, आई रे, ले मैं आई हूँ तेरे लिये
जान रे, जान रे, आजा तुझमें समा जाऊं मैं