Lata Mangeshkar
Bhagwan Ne Apne Jaisa Har Ek
भगवान ने अपने जैसा
भगवान ने अपने जैसा हर एक इंसान बनाया
ये झूठ किधर से आए, ये पाप कहाँ से आया?
भगवन ने अपने जैसा

वो क्या है, एक किरण है
जो दूर करे अँधियारे
जो दूर करे अँधियारे
बाँटे उसका उजियारा
ये सूरज, चाँद, सितारे

उसने हर ज्योत जगाई
उसने हर दीप जलाया
भगवान ने अपने जैसा हर एक इंसान बनाया
भगवान ने अपने जैसा

दुनिया में जनम ख़ुद ले कर
जीवन की रीत बनाई
जीवन की रीत बनाई
बन के ख़ुद मीत सभी का
ईश्वर ने प्रीत बनाई

जीवन देने वाले ने
जीना भी हमें सिखलाया
भगवान ने अपने जैसा हर एक इंसान बनाया
ये झूठ किधर से आए, ये पाप कहाँ से आया?
भगवान ने अपने जैसा हर एक इंसान बनाया
भगवान ने अपने जैसा