Lata Mangeshkar
Khamoshiyan Gungunane Lagi
ख़ामोशियाँ गुनगुनाने लगी, तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी
ख़ामोशियाँ गुनगुनाने लगी, तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी

ख़ामोशियाँ गुनगुनाने लगी, तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी
सरगोशी करे हवा, चुपके से मुझे कहा
"दिल का हाल बता, दिलबर से ना छुपा"

सुन के बात ये शर्म से मेरी आँखें झुक जाने लगी
ख़ामोशियाँ गुनगुनाने लगी, तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी
सरगोशी करे हवा, चुपके से मुझे कहा
"दिल का हाल बता, दिलबर से ना छुपा"
सुन के बात ये शर्म से मेरी आँखें झुक जाने लगी

जाग उठा है सपना किसका मेरी इन आँखों में
एक नई ज़िंदगी शामिल हो रही साँसों में
किसी की यादें हैं सदा हवाओं में
किसी की बातें हैं दबी सी होंठों में

रात-दिन मेरी आँखों में कोई परछाई लहराने लगी
ख़ामोशियाँ गुनगुनाने लगी, तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी
दिल का ये कारवाँ, यूँ ही था रवाँ-दवाँ
मंज़िल ना हमसफ़र, लेकिन ऐ मेहरबाँ
तेरी वो इक नज़र कर गई असर, दुनिया सँवर जाने लगी

बेख़याली में भी आता है ख़याल तेरा
बेक़रारी मेरी करती है सवाल तेरा
तेरी वफ़ाओं की उम्मीद है मुझको
तेरी निगाहों की पनाह दे मुझको
सुन ऐ हमनशीं, आस ये तेरी मुझको तड़पाने लगी
ख़ामोशियाँ गुनगुनाने लगी, ख़ामोशियाँ गुनगुनाने लगी
तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी, तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी
दिल का ये कारवाँ, यूँ ही था रवाँ-दवाँ
मंज़िल ना हमसफ़र, लेकिन ऐ मेहरबाँ
तेरी वो इक नज़र कर गई असर, दुनिया सँवर जाने लगी

ख़ामोशियाँ गुनगुनाने लगी
तनहाइयाँ मुस्कुराने लगी