Javed Ali
Tum Tak
मेरी हर मनमानी बस तुम तक
बातें बचकानी बस तुम तक
मेरी नज़र दीवानी बस तुम तक
मेरे सुख-दुख आते जाते सारे

तुम तक, तुम तक, तुम तक सोनिया रे
तुम तक, तुम तक, तुम तक सोनिया रे
तुम तक, तुम तक, अर्ज़ी मेरी
फिर आगे जो मर्ज़ी
तुम तक, तुम तक अर्ज़ी मेरी
फिर तेरी जो मर्ज़ी
मेरी हर दुश्वारी बस तुम तक
मेरी हर होशियारी बस तुम तक
मेरी हर तैयारी बस तुम तक
तुम तक, तुम तक, तुम तक, तुम तक
मेरी इश्क़ खुमारी बस तुम तक

इक तक, इक तक, ना तक
गुम सुम, नाज़ुक-नाज़ुक दिल से हम तुम
तुम
तुम तुम तुम तुम तुम तुम
चाबुक नैना मारो
मारो तुम तुम तुम तुम तुम तुम
तुम
मारो ना नैना तुम
मारो ना नैना तुम
तुम तक
चला हूँ तुम तक
चलूँगा तुम तक
मिला हूँ तुम तक
मिलूँगा तुम तक
चला हूँ तुम तक
चलूँगा तुम तक
मिला हूँ तुम तक
मिलूँगा तुम तक

तुम तक, तुम तक, तुम तक
तुम तक, तुम तक, तुम तक, तुम तक
तुम तक, तुम तक, तुम तक
तुम तक, तुम तक, तुम तक, तुम तक

हाँ उखड़ा उखड़ा, मुखड़ा मुखड़ा
मुखड़े पे नैना काले
लड़ते लड़ते लडे, बढ़ते बढ़ते बढ़े
हाँ अपना सजना कभी, सपना सजना कभी
मुखड़े पे नैना डाले
नैनो की पात ले जा
नैनो की नैय्या
पतवार तू है मेरी
तू खेवैयय्या
जाना है पार तेरे
तू ही भंवर है
पोहोंचेगी पार कैसे
नाज़ुक सी नैय्या
तुम तक तुम तक तुम तक सोनिया रे
तुम तक तुम तक तुम तक सोनिया रे
तुम तक तुम तक अर्ज़ी मेरी
फिर आगे जो मर्ज़ी
तुम तक तुम तक अर्ज़ी मेरी
फिर तेरी जो मर्ज़ी
मेरी हर दुश्वारी बस तुम तक
मेरी हर होशियारी बस तुम तक
मेरी हर तैयारी बस तुम तक
तुम तक तुम तक तुम तक तुम तक
मेरी इश्क़ खुमारी बस तुम तक

तुम तक, तुम तक, तुम तक, तुम तक
तुम तक, तुम तक, तुम तक, तुम तक
मेरी अकल दीवानी तुम तक
मेरी सकल जवानी तुम तक
मेरी अकल दीवानी तुम तक
मेरी सकल जवानी तुम तक
मेरी ख़तम कहानी तुम तक
मेरी ख़तम कहानी बस तुम तक
तुम तक, तुम तक, तुम तक, तुम तक
तुम तक, तुम तक, तुम तक, तुम तक
तुम तक, तुम तक, तुम तक, तुम तक
तुम तक, तुम तक, तुम तक, तुम तक
तुम तक, तुम तक, तुम तक
तुम