Shankar Ehsaan Loy
Bum Bum Bole
देखो-देखो, क्या वो पेड़ है?
चादर ओढ़े या खड़ा कोई?
देखो-देखो, क्या वो पेड़ है?
चादर ओढ़े या खड़ा कोई?
बारिश है या आसमान ने
छोड़ दिए हैं नल खुले कहीं

हो, हम जैसे देखें, ये जहाँ है वैसा ही
जैसी नज़र अपनी

खुल के सोचें, आओ
पंख ज़रा फैलाओ, रंग नए बिखराओ
चलो-चलो, चलो-चलो, नए ख़ाब बुन लें

सा पा सा पा, धा रे धा रे, गा रे गा रे
गा मा पा सा गा मा पा सा

बम-बम-बम, बम-बम-बम
बम-बम-बम बोले, बम-बम-बम बोले
Hey, बम-चिक बोले, बम-चिक बोले
अरे, मस्ती में डोले, मस्ती में डोले

बम-बम बोले, मस्ती में डोले
बम-बम बोले, मस्ती में तू डोल रे
बम-बम बोले, मस्ती में डोले
बम-बम बोले, मस्ती में तू डोल रे
भला मछलियाँ भी क्यूँ उड़ती नहीं?
ऐसे भी सोचो ना, सोचो सूरज रोज़ नहाए
या बाल भिगो के ये बुद्धू बनाए हमें

ये सारे तारे टिम-टिमाएँ
या फिर गुस्से में कुछ बड़बड़ाते रहें

खुल के सोचें, आओ
पंख ज़रा फैलाओ, रंग नए बिखराओ
चलो-चलो, चलो-चलो, नए ख़ाब बुन लें

बम-बम बोले, मस्ती में डोले
बम-बम बोले, मस्ती में तू डोल रे

ओ, रट-रट के क्यूँ tanker full?
Tanker full, tanker full
आँखें बंद तो डब्बा गुल
ओए, डब्बा गुल, डब्बा गुल

ओए, बंद दरवाज़े खोल रे
खोल रे, खोल रे, खोल रे
हो जा बिंदास, बोल रे
बोल-बोल, बोल-बोल, बोल रे

मैं भी हूँ, मैं भी हूँ, तू भी है, तू भी है
ओ, मैं भी, तू भी, हम सब मिल के
बम-चिक, बम बम-चिक
बम बम-चिक, बम बम-चिक
बम बम-चिक, बम बम-चिक
बम बम-चिक, बम-बम-बम-बम-बम

बम-बम बोले, मस्ती में डोले
बम-बम बोले, मस्ती में तू डोल रे

ऐसी रंगों भरी अपनी दुनिया है क्यूँ?
सोचो तो, सोचो ना

प्यार से चुन के इन रंगों को
किसी ने सजाया ये संसार है
जो इतनी सुंदर है अपनी दुनिया
ऊपर वाला क्या कोई कलाकार है?

खुल के सोचें, आओ
पंख ज़रा फैलाओ, रंग नए बिखराओ
चलो-चलो, चलो-चलो
चलो-चलो, चलो-चलो
चलो-चलो, चलो-चलो नए ख़ाब बुन लें

बम-बम बोले, मस्ती में डोले
बम-बम बोले, मस्ती में तू डोल रे
बम-बम बोले, मस्ती में डोले
बम-बम बोले, मस्ती में तू डोल रे
बम-बम बोले, मस्ती में डोले
बम-बम बोले, मस्ती में तू डोल रे
बम-बम बोले, मस्ती में डोले
बम-बम बोले, मस्ती में तू डोल रे

ओए, बम-बम बोले