Shankar Ehsaan Loy
Achha Lagta Hai
[Intro]
झटक कर ज़ुल्फ़ जब तुम तौलिए से
बारिशें आज़ाद करती हो अच्छा लगता है
हिला कर होंठ जब भी हौले हौले
गुफ़्तगु को साज़ करती हो अच्छा लगता है

[Chorus]
ओ, खुशबू से बहलाओ ना, सीधे point पे आओ ना
आँख में आँखे डाल के कह दो, ख़्वाबो में टेहलाओ ना
जरा short में बतलाओ ना, सीधे point पे आओ ना

[Verse]
अलग एहसास होता है, तुम्हारे पास होने का
सरकती सरसराहट की, नदी में रेशमी लम्हें भिगोने का
ओ-हो-हो, ज़रा सा मोड़ कर गर्दन
जब अपनी ही अदा पे नाज़ करती हो अच्छा लगता है

[Chorus]
ओ, लफ़्ज़ों से बहलाओ ना, झूठी-मूठी बहकाओ ना
हाथों को हाथों में ले के वो तीन शब्द टपकाओ ना
जरा short में बतलाओ ना, सीधे point पे आओ ना

[Verse]
वो तेरे ध्यान की खुशबू, मैं सर तक ओढ़ लेता हूँ
भटकती साँस को तेरी गली में गुनगुनाने छोड़ देता हूँ
हो-हो-हो, तुम अपनी खिड़कियों को खोल कर
जब भी नए आगाज़ करती हो अच्छा लगता है
[Chorus]
हो, गली गली गली गली गली गली
गली भटकाओ ना, घड़ी-घड़ी उलझाओ ना
Senti हो मैं जान गई हूँ, action भी दिखलाओ ना
जरा short में बतलाओ ना, सीधे point पे आओ ना
ओ सीधे point पे आओ ना

[Outro]
ओ सीधे, ओ सीधे, ओ सीधे पॉइंट पे आओना