Ali Zafar
Dil Jhoom
हो, मैंने तुझे देखा हँसते हुए गालों में
बेज़र ख़यालों में, हुस्न के हवालों में
ਸੋਹਣੀ के बालों में, मोरनी की चालों में
मट्टी के प्यालों में, पीतल के थालों में

तू ही तू बसा है मुझमें, मैं बची हूँ थोड़ी-थोड़ी
तू जब पुकारे मुझको आके मेरी ओरी

तो दिल झूम-झूम, चले झूम-झूम
चले ਸੋਹਣਿਆ, ਸੋਹਣਿਆ
दिल झूम-झूम, चले झूम-झूम
चले ਸੋਹਣਿਆ, ਸੋਹਣਿਆ

दिल झूम-झूम, चले झूम-झूम
चले ਸੋਹਣਿਆ, ਸੋਹਣਿਆ
दिल झूम-झूम, चले झूम-झूम
चले ਸੋਹਣਿਆ, ਸੋਹਣਿਆ

दिल वो दिल ही क्या हुआ, जो हारा ही ना
तू मिला तो ख़्वाहिशों को किनारा मिला
क्या हसीं है असर मुझपे इस प्यार का
बेसबर, बेशुमार, जो तुमसे है हुआ

हाँ, मैंने तुझे देखा सुबह के उजालों में
नदियों में, नालों में, लम्हों में, सालों में
प्यार करने वालों में, जुनूँ में, जियालों में
इश्क़ के मलालों में, ज़िंदा मिसालों में
जितनी तू मिलती जाए, उतनी लगे थोड़ी-थोड़ी
जब भी तू ले अँगड़ाई आके मेरी ओरी

दिल झूम-झूम, चले झूम-झूम
चले ਸੋਹਣਿਆ, ਸੋਹਣਿਆ
दिल झूम-झूम, चले झूम-झूम
चले ਸੋਹਣਿਆ, ਸੋਹਣਿਆ

दिल झूम-झूम, चले झूम-झूम
चले ਸੋਹਣਿਆ, ਸੋਹਣਿਆ
दिल झूम-झूम, चले झूम-झूम
चले ਸੋਹਣਿਆ, ਸੋਹਣਿਆ

चले ਸੋਹਣਿਆ, ਸੋਹਣਿਆ