Jagjit Singh
Aankhon Se Yun Aansoo
आँखों से यूँ आँसू ढलके
आँखों से यूँ आँसू ढलके
सागर से जैसे मय छलके
आँखों से यूँ आँसू ढलके

हम समझे मफ़्हूम-ए-बहाराँ
हम समझे मफ़्हूम-ए-बहाराँ
हम समझे मफ़्हूम-ए-बहाराँ

कोई आया भेस बदल के
कोई आया भेस बदल के
सागर से जैसे मय छलके
आँखों से यूँ आँसू ढलके

काश बता सकते परवाने
काश बता सकते परवाने
काश बता सकते परवाने

क्या खोया, क्या पाया जल के
क्या खोया, क्या पाया जल के
सागर से जैसे मय छलके
आँखों से यूँ आँसू ढलके

मंज़िल तक वो क्या पहुँचाए
मंज़िल तक वो क्या पहुँचाए
मंज़िल तक वो क्या पहुँचाए
जिसने देखी राह ना चल के
जिसने देखी राह ना चल के
सागर से जैसे मय छलके
आँखों से यूँ आँसू ढलके
आँखों से यूँ आँसू ढलके