Pritam
Tu Hi Junoon
तू छरहरी धूप है, तू करारी शाम
दिल कहे बर्बाद होजा लेके तेरा नाम
तू छरहरी धूप है, तू करारी शाम
दिल कहे बरबाद होजा लेके तेरा नाम

तू जले तो दिन चढ़े, तू बुझे तो रात
दिल करे कुर्बान करूँ तुझपे अपनी जान

तू ही जूनून, तू ही करार
तू ही जूनून, तू ही करार

तारे सारे के सारे ठगने लगे हैं अब मुझे
दिन में सपने दिखाने लगने लगे हैं अब मुझे
तू बंधी ज़ंजीर है, तू कसकती हीर
दिल करे तेरे लिए रख दूँ दिल को चीर

तू थिरकता तीर है, दोधारी तलवार
दिल करे हंसते हुए ले लूँ तेरे वार

तू ही जूनून, तू ही करार
तू ही जूनून, तू ही करार

आसमान सियाह घुलने लगा सा है
बादलों का दिल खुलने लगा सा है
तू मिले खिला दिन रात ढल गयी
दाग चाँद घुलने लगा सा है
लिख दिया दिल की कलम से तुम्हारा नाम
बांध के तावीज़ मैं पहनूं सुबहो शाम
तू जले तो दिन चढ़े, तू बुझे तो रात
दिल करे कुर्बान करूँ तुझपे अपनी जान

तू ही जूनून, तू ही करार
तू ही जूनून, तू ही करार
तू ही जूनून, तू ही करार
तू ही जूनून, तू ही करार