Kishore Kumar
Kehdoon Tumhen
कह दूँ तुम्हें?
हाँ
या चुप रहूँ?
ना
दिल में मेरे आज क्या है
क्या है?

कह दूँ तुम्हें या चुप रहूँ
दिल में मेरे आज क्या है
जो बोलो तो जानू, गुरू तुमको मानू
चलो यह भी वादा है
अच्छा?

कह दूँ तुम्हें या चुप रहूँ
दिल में मेरे आज क्या है
जो बोलो तो जानू, गुरू तुमको मानू
चलो यह भी वादा है

सोचा है तुमने के चलते ही जाए
तारों से आगे कोई दुनिया बसाए
ठीक है? अहाँ
तो तुम बताओ?
बताऊँ? हाँ

सोचा है यह के तुम्हें रस्ता भुलाए
सूनी जगह पे कहीं छेड़ें डराए
हाय रे ना, ना, हाय रे ना, ना, यह ना करना
अरे नहीं रे, नहीं रे, नहीं रे, नहीं रे, नहीं रे, नहीं रे, नहीं रे
नहीं, नहीं
कह दूँ तुम्हें या चुप रहूँ
दिल में मेरे आज क्या है
जो बोलो तो जानू, गुरू तुमको मानू
चलो यह भी वादा है

सोचा है तुमने के कुछ गुनगुनाए
मस्ती में झूमें, ज़रा धूमें मचाए
अब ठीक है? उहूँ
तो तुम बताओ ना?
बताऊँ? हाँ

सोचा है यह के तुम्हें नज़दीक लाए
फूलों से होंठों की लाली चुराए
हाय रे ना, ना, हाय रे ना, ना, यह ना करना
अरे नहीं रे, नहीं रे, नहीं रे, नहीं रे, नहीं रे, नहीं रे, नहीं रे
नहीं नहीं

कह दूँ तुम्हें या चुप रहूँ
दिल में मेरे आज क्या है
जो बोलो तो जानू, गुरू तुमको मानू
चलो यह भी वादा है

कह दूँ तुम्हें या चुप रहूँ
दिल में मेरे आज क्या है
जो बोलो तो जानू, गुरू तुमको मानू
चलो यह भी वादा है