Kishore Kumar
Neend Churake Raaton Mein
नींद चुराके रातों में
तुमने बातों-बातों में
देखो बात बदल दी है

हम फिर बात बदल देंगे
आज नही दिल कल देंगे
भई, ऐसी भी क्या जल्दी है
अरे, ऐसी भी क्या जल्दी है

हाए रे, हाए रे, नींद चुराके रातों में
तुमने बातों-बातों में
देखो बात बदल दी है

हम फिर बात बदल देंगे
आज नही दिल कल देंगे
भई, ऐसी भी क्या जल्दी है
अरे, ऐसी भी क्या जल्दी है

रात बीती सारी, ज़ालिमा मैं हारी
तुम क्या जानो, अंग-अंग मेरा फूँक गई चिंगारी रे
रात बीती सारी, ज़ालिमा मैं हारी
तुम क्या जानो, अंग-अंग मेरा फूँक गई चिंगारी

आग लगा बरसातों में
तुमने बातों बातों में
देखो बात बदल दी है
हम फिर बात बदल देंगे
आज नही दिल कल देंगे
भई, ऐसी भी क्या जल्दी है
अरे, ऐसी भी क्या जल्दी है

दर्द बहुत सह बैठी, दूर बहुत रह बैठी
तुमको जो कहना था मुझसे, मैं तुमसे कह बैठी रे
दर्द बहुत सह बैठी, दूर बहुत रह बैठी
तुमको जो कहना था मुझसे, मैं तुमसे कह बैठी

हाथ पकड़ के हाथों में
तुमने बातों-बातों में
देखो बात बदल दी है

हम फिर बात बदल देंगे
आज नही दिल कल देंगे
भई, ऐसी भी क्या जल्दी है
अरे, ऐसी भी क्या जल्दी है

हाए रे, हाए रे, नींद चुराके रातों में
तुमने बातों-बातों में
देखो बात बदल दी है

हम फिर बात बदल देंगे
आज नही दिल कल देंगे
भई, ऐसी भी क्या जल्दी है
अरे, ऐसी भी क्या जल्दी है