Kishore Kumar
Achha To Hum Chalte Hain
अच्छा, तो हम चलते हैं
अच्छा, तो हम चलते हैं
फिर कब मिलोगे?
जब तुम कहोगे
जुम्मे रात को
हाँ, हाँ आधी रात को

Ahh, कहाँ?
वहीं जहाँ कोई आता-जाता नहीं
वहीं जहाँ कोई आता-जाता नहीं

अच्छा, तो हम चलते हैं
किसी ने देखा तो नहीं तुम्हें आते?
नहीं, मैं आई हूँ छुपते-छुपाते
देर कर दी बड़ी, ज़रा देखो तो घड़ी
Offo, मेरी तो घड़ी बंद है
तेरी ये अदा मुझे पसंद है

देखो बातें-वातें कर लो जल्दी-जल्दी
फिर ना कहना अभी आई, अभी चल दी
तो, आओ, पास बैठें पल-दो-पल
आज नहीं कल

क्यूँ-क्यूँ? आज नहीं कल
ये तो इक बहाना है
वापस घर भी जाना है
कितनी जल्दी ये दिन ढलते हैं
अच्छा, तो हम चलते हैं
फिर कब मिलोगे?
जब तुम कहोगे
कल मिलो या परसों
परसों नहीं, नरसों

Ahh, कहाँ?
यहीं, यहाँ कोई आता-जाता नहीं
अच्छा, तो हम चलते हैं
Verse
उड़ा है किस लिए तेरा रंग, गोरी?
हमारी पकड़ी गई है बस चोरी, अच्छा
राम जाने क्या हो अब
कैसे हुआ ये ग़ज़ब?

मेरा आँचल जो ज़रा ढल गया
सारी दुनिया को पता चल गया
कैसे खेलेंगे अब आँख-मिचोली?
ले जा आके मेरे घर से मेरी डोली

तेरे घर वाले ना कर दें इनकार
सब हैं तैयार, सब हैं तैयार
सुन ले फिर दिल की फ़रियाद
बस, बाकी शादी के बाद
पिया देखो, दीए जलते हैं, अच्छा
अच्छा, तो हम चलते हैं
अच्छा, तो हम चलते हैं
अच्छा, तो हम चलते हैं
अच्छा, तो हम चलते हैं
अच्छा तो हम चलते हैं