Sonu Nigam
Main Badhiya Tu Bhi Badhiya
प्राणप्रिय, हाँ
तुम किसन हो, मैं हूँ राधा, हाँ
तुम सूई हो, मैं हूँ धागा, अईं
फिर संगम क्यूँ हो आधा, आधा, आधा?

मैं बढ़िया, तू भी बढ़िया, शादी कर ले, साँवरिया
फूटेंगी फिर फुलझड़ियाँ, बढ़िया-बढ़िया
मैं बढ़िया, तू भी बढ़िया, पर मैं आज़ाद हूँ चिड़िया
रख तू अपनी फुलझड़ियाँ, बढ़िया-बढ़िया

चट मंगनी, कर पट मंगनी
मुझे पत्नी बना ले झट-पट अपनी
सुन, पगली, मैं हूँ छोरा जंगली
अरे, काहे को बनाना चाहे मेरी चटनी?

मैं बढ़िया, तू भी बढ़िया, शादी कर ले, साँवरिया
फूटेंगी फिर फुलझड़ियाँ, बढ़िया-बढ़िया, नहीं, प्रिये
मैं बढ़िया, तू भी बढ़िया, पर मैं आज़ाद हूँ चिड़िया
रख तू अपनी फुलझड़ियाँ, बढ़िया-बढ़िया

सुन, सजना, कल आया सपना
मैंने सपने में देखा मंडप अपना
सब तारे थे बाराती, संग नाच रहे सूरज-चंदा

जाग जा रे, पगली तू
सपना नहीं है, ये है दुर्घटना, दुर्घटना
सूरज से मंडप जल जाएगा
मुझे नहीं पकना, नहीं पकना
मैं बढ़िया, तू भी बढ़िया, हम क्यूँ फूँकें ये दुनिया?
रख तू अपनी फुलझड़ियाँ, बढ़िया-बढ़िया

तेरी बगिया में आ के फूल खिला दूँगी मैं, कर शादी
अरे, भूल जा तू फूल-वूल, बगिया में करनी है खेती-बाड़ी

आठ-दस बच्चे होंगे, तुतलाएँगे mummy-daddy, mummy-daddy
अभी क्या कम है, जो हम भी बढ़ाएँ दुनिया की आबादी?
अरे, हम दो, हमारे दो, अपना लेंगे हम ये नारा, ये नारा
पालूँगा मैं दो भी कैसे? नौकरी नहीं है, मैं हूँ आवारा, आवारा
ओए-ओए-ओए-ओए-ओए-ओए

मैं बढ़िया, तू भी बढ़िया, पर पहले ढूँढो नौकरिया
फोड़ेंगे फिर फुलझड़ियाँ, बढ़िया-बढ़िया
बढ़िया जी, बढ़िया, बढ़िया
बढ़िया जी, बढ़िया, बढ़िया

मैं बढ़िया, तू भी बढ़िया, दोनों आज़ाद हैं चिड़ियाँ
पहले ढूँढो नौकरिया, बढ़िया-बढ़िया
हाँ, मैं बढ़िया, तू भी बढ़िया, ढूँढूँगा मैं नौकरिया
फूटेंगी फिर फुलझड़ियाँ, बढ़िया-बढ़िया

समझे? हाँ?
बढ़िया