Sonu Nigam
Dekha Maine Sara Jahan
[Intro]
देखा मैंने सारा जहाँ, तुझ सा ना देखा कहीं
ऐसा मुझको लगता है क्यूँ तू इस जहाँ की नहीं?

[Chorus]
ऐ, बहारों की जवानी, रूप की मलिका
तेरी आँखों से छलकता जो नशा हल्का
वो नशा तो दिल पे छाए, कैसे मुझको होश आए?
डर है तुझसे प्यार हो ना जाए

[Post-Chorus]
देखा मैंने सारा जहाँ, तुझ सा ना देखा कहीं
ऐसा मुझको लगता है क्यूँ तू इस जहाँ की नहीं?

[Verse 1]
ऐ, बहारों की जवानी, रूप की मलिका
तेरी आँखों से छलकता जो नशा हल्का
वो नशा तो दिल पे छाए, कैसे मुझको होश आए?
डर है तुझसे प्यार हो ना जाए

[Verse 2]
दोस्तों से तेरी बातें रोज़ करता हूँ मैं
नाम तेरा अब ले-ले कर आहें भरता हूँ मैं
जब से तू नज़र में आई, बेख़ुदी सी छाई है
हर जगह तुझे ही देखूँ, तेरी धुन समाई है
[Chorus]
ऐ, बहारों की जवानी, रूप की मलिका
तेरी आँखों से छलकता जो नशा हल्का
वो नशा तो दिल पे छाए, कैसे मुझको होश आए?
डर है तुझसे प्यार हो ना जाए

[Post-Chorus]
देखा मैंने सारा जहाँ, तुझ सा ना देखा कहीं
ऐसा मुझको लगता है क्यूँ तू इस जहाँ की नहीं?

[Verse 3]
सोचता हूँ, "तुझसे मिलकर मैं चुरा लूँ तुझको"
आज दिल की गहराई में आ छुपा लूँ तुझको
दिल्लगी ना कर तू मुझसे, दिल से दिल मिलाने आ
चैन क्यूँ चुराया करती? धड़कनें चुराने आ

[Chorus]
ऐ, बहारों की जवानी, रूप की मलिका
तेरी आँखों से छलकता जो नशा हल्का
वो नशा तो दिल पे छाए, कैसे मुझको होश आए?
डर है तुझसे प्यार हो ना जाए

[Post-Chorus]
देखा मैंने सारा जहाँ, तुझ सा ना देखा कहीं
ऐसा मुझको लगता है क्यूँ तू इस जहाँ की नहीं?
[Chorus]
ऐ, बहारों की जवानी, रूप की मलिका
तेरी आँखों से छलकता जो नशा हल्का
वो नशा तो दिल पे छाए, कैसे मुझको होश आए?
डर है तुझसे प्यार हो ना जाए