Sonu Nigam
Tera Milna Pal Do Pal Ka
चाहा है तुझको चाहत से ज़्यादा
समझा है तुझको मोहब्बत से ज़्यादा
ये मैं जानता हूँ या दिल जानता है

तेरा मिलना पल दो पल का, मेरी धड़कनें चुराए
डर है मुझे, प्यार तेरा मेरी जान ले ना जाए
तू बता, किस तरह जिया जाए? हाय-हाय

तेरा मिलना पल दो पल का, मेरी धड़कनें चुराए
डर है मुझे, प्यार तेरा मेरी जान ले ना जाए
तू बता, किस तरह जिया जाए? हाय-हाय

आ, मेरी जान, मेरा सब कुछ तू अपना कर ले
बस मेरी चाहत से रिश्ता कर ले
तेरे लिए मैं कुछ भी हो सकता हूँ
मगर मेरे लिए तू वो है जिस के लिए मैं साँस लेता हूँ

पूछो ना क्या होता मुझे
पास जो तू ना हो तो रुके मेरी साँसों की लहर
सोच ज़रा ये तू भी
प्यार ने तेरे मुझे दिया है जो वादों का ज़हर

किस तरह ज़हर ये पिया जाए? हाय-हाय
तेरा मिलना पल दो पल का, मेरी धड़कनें चुराए
डर है मुझे, प्यार तेरा मेरी जान ले ना जाए
चुपके-चुपके दिल में तूने आग लगा दी ये क्या?
मैं तो तेरी यादों में जला
हो, लाख सँभाला, फिर भी दिल ये दीवाना मेरा
तेरे ही इशारों पे चला

इम्तिहाँ और क्या दिया जाए? हाय-हाय
तेरा मिलना पल दो पल का, मेरी धड़कनें चुराए
डर है मुझे, प्यार तेरा मेरी जान ले ना जाए
तू बता, किस तरह जिया जाए? हाय-हाय