Armaan Malik
Buddhu Sa Mann
[Pre-Chorus: Armaan Malik]
दबी-दबी सी हँसी होंठों पे फ़ँसी है
गुदगुदी कर रही हवा
Ooh, हल्ला मचा रही है पागल सी ख्वाहिशें
खुशियों की मिली है वजह

[Chorus: Armaan Malik]
कुछ है जुनून सा, कुछ पागलपन है
१०० बातें करता ये बुद्धू सा मन है
कुछ है जुनून सा, कुछ पागलपन है
१०० बातें करता ये बुद्धू सा मन है

[Verse 1: Amaal Mallik]
करने दे ख़्वाबों को बदमाशियाँ
चलने दे नज़रों की मनमानियाँ
ढूँढे चलो कुछ ठिकाने नए
होने दे पगली-पगली सी नादानियाँ

[Pre-Chorus: Armaan Malik]
होश में रहना है क्यूँ? रहने से होगा क्या?
बेहोशियों में है मज़ा, ooh
बचकानी हरकतें जो होती हैं, होने दे
खुशियों की मिली है वजह

[Chorus: Armaan Malik]
कुछ है जुनून सा, कुछ पागलपन है
१०० बातें करता ये बुद्धू सा मन है
कुछ है जुनून सा, कुछ पागलपन है
१०० बातें करता ये बुद्धू सा मन है
[Verse 2: Amaal Mallik]
मौसम ने भी की हैं कुछ कोशिशें
होने लगी देखो ये बारिशें
सर पे चढ़ा है ये कैसा असर?
दौड़े रफ़्तार में दिल की सब धड़कनें

[Pre-Chorus: Armaan Malik]
धुन कोई चल रही है कानों में धीमे से
रोशन है ज़्यादा ये सुबह
हलचल जो हो रही है सीने में, होने दे
खुशियों की मिली है वजह

[Chorus: Armaan Malik]
कुछ है जुनून सा, कुछ पागलपन है
१०० बातें करता ये बुद्धू सा मन है
कुछ है जुनून सा, कुछ पागलपन है
१०० बातें करता ये बुद्धू सा मन है

[Outro]
बुद्धू सा मन है
बुद्धू सा मन है