Navraj Hans
Bharat Maa
तेरे गांव तेरी गलियां
तेरे खेत तेरी नदियाँ
क्या मंज़र है
क्या मंज़र है

ये मेरे लिए है काफी
मेरे देश तेरी माटी
मेरे अंदर है
मेरे अंदर है

नस नस में तेरा लहू है
नस नस में तेरा लहू है
मेरे रोम रोम में तू है

जुग जुग जिए तू अम्रित पिए
के सर पे मेरे हो हाथ तेरा
दुआएं करूँ, रहूँ मैं ना रहूँ
ये आँगन रहे आबाद तेरा

भारत माँ, भारत माँ
भारत माँ, भारत माँ

नमो नमो नमः, नमो नमो नमः
नमामि भारत माँ
नमो नमो नमः, नमो नमो नमः
नमामि भारत माँ
नमो नमो नमः, नमो नमो नमः
नमामि भारत माँ
नमो नमो नमः, नमो नमो नमः
नमामि भारत माँ

यही सोच के हम सोये
यही थान के हम जागे
ना झुके शीश तेरा किसी के आगे

यही सोच के हम सोये
यही थान के हम जागे
ना झुके शीश तेरा किसी के आगे

कोई आँख ना उठ पाए
ऐ माँ तेरे दमन पे
टूटेंगे केहर बन के तेरे दुश्मन पे

धरती में, व्योम में तू है
धरती में, व्योम में तू है
मेरे रोम रोम में तू है

जुग जुग जिए तू अम्रित पिए
के सर पे मेरे ह हाथ तेरा
दुआएं करूँ, रहूँ मैं ना रहूँ
ये आँगन रहे आबाद तेरा
भारत माँ, भारत माँ
भारत माँ, भारत माँ

नमो नमो नमः, नमो नमो नमः
नमामि भारत माँ
नमो नमो नमः, नमो नमो नमः
नमामि भारत माँ

नमो नमो नमः, नमो नमो नमः
नमामि भारत माँ
नमो नमो नमः, नमो नमो नमः
नमामि भारत माँ

भारत माँ, भारत माँ