Krishnakumar Kunnath
Guzar Na Jaaye (Duet)
[Chorus]
गुज़र ना जाए ये ख़्वाब सा सफ़र
गुज़र ना जाए ये ख़्वाब सा सफ़र
सब कुछ सिमट के आया है सिर्फ़ एक पल में
बाँहों थाम लो तुम कि फिर मिलें ना मिलें
गुज़र ना जाए, गुज़र ना जाए

[Verse 1]
कह दिया है आज आख़िर तुमसे
जो छुपाए हम रहे गुमसुम से
इससे पहले बँट ही जाएँ रस्ते
अपने भी दिल की कहो कुछ हमसे

[Pre-Chorus]
तुम्हारी जो ख़ामोशी है
कहानियाँ सी कहती है
तुम्हारी जो तमन्ना है
वो मुँह छुपाए रहती है

[Chorus]
सब कुछ सिमट के आया है सिर्फ़ एक पल में
बाँहों थाम लो तुम कि फिर मिलें ना मिलें
गुज़र ना जाए ये ख़्वाब सा सफ़र
गुज़र ना जाए, ना जाए

[Verse 2]
पूछते हो हाल मेरे दिल का
होश है ना राह, ना मंज़िल का
ये बदन में क्या पिघलता जाए?
एक नशा हो जैसे हल्का-हल्का
[Pre-Chorus]
सफ़र ये ख़तम ना हो
राहें ये कभी कम ना हों
मिले या ना मिले मंज़िल
बिछड़ने का ग़म ना हो

[Chorus]
सब कुछ सिमट के आया है सिर्फ़ एक पल में
बाँहों थाम लो तुम कि फिर मिलें ना मिलें
गुज़र ना जाए ये ख़्वाब सा सफ़र
गुज़र ना जाए, ना जाए