Krishnakumar Kunnath
Yaaron
यारों, दोस्ती बड़ी ही हसीन है
ये ना हो तो क्या फिर बोलो ये ज़िंदगी है?
कोई तो हो राज़दार
बे-ग़रज़ तेरा हो यार
कोई तो हो राज़दार

यारों, मोहब्बत ही तो बंदगी है
ये ना हो तो क्या फिर बोलो ये ज़िंदगी है?
कोई तो दिलबर हो, यार
जिसको तुझसे हो प्यार
कोई तो दिलबर हो, यार

तेरी हर एक बुराई पे डाँटे वो दोस्त
ग़म की हो धूप तो साया बने तेरा वो दोस्त
नाचे भी वो तेरी ख़ुशी में

अरे, यारों, दोस्ती बड़ी ही हसीन है
ये ना हो तो क्या फिर बोलो ये ज़िंदगी है?
कोई तो हो राज़दार
बे-ग़रज़ तेरा हो यार
कोई तो हो राज़दार

तन-मन करे तुझ पे फ़िदा महबूब वो
पलकों पे जो रखे तुझे महबूब वो
जिसकी वफ़ा तेरे लिए हो
अरे, यारों, मोहब्बत ही तो बंदगी है
ये ना हो तो क्या फिर बोलो ये ज़िंदगी है?
कोई तो दिलबर हो, यार
जिसको तुझसे हो प्यार
कोई तो दिलबर हो, यार